क्रिकेट की पिच पर जारी नफ़रत का खेल
साम्प्रदायिक विमर्श की तासीर देखिए कि जब तक पाकिस्तान को आप बुरा भला न कहे तब तक आप “सच्चे” देशभक्त नहीं हो सकते हैं. अगर आप मुसलमान हैं तो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ आप को कुछ ज़्यादा ही तल्ख़ी का इज़हार करना होना.
साम्प्रदायिक विमर्श की तासीर देखिए कि जब तक पाकिस्तान को आप बुरा भला न कहे तब तक आप “सच्चे” देशभक्त नहीं हो सकते हैं. अगर आप मुसलमान हैं तो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ आप को कुछ ज़्यादा ही तल्ख़ी का इज़हार करना होना.
1986 के एक फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि राष्ट्रगान या देश के लिए आदर के ज़ज्बे को किसी पर थोपा नहीं जा सकता. यह विडम्बना है कि आज सर्वोच्च न्यायालय अपने फैसले को सही साबित करने के लिए संविधान के आर्टिकल 15 (ए) का सहारा ले रहा है, जिसको इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान लाया था.